Haridwar
हरिद्वार उत्तराखंड राज्य में स्थित एक ऐसा जिला है जो अपनी सभ्यता और संस्कृति को लेकर बहुत ही ज्यादा चर्चा में रहता है आज हम आपको हरिद्वार के इतिहास के बारे में और हरिद्वार में स्थित बहुत ही ज्यादा प्रसिद्ध स्थानों के बारे में बताने वाले हैं और साथ में बताएंगे कि हरिद्वार की यात्रा में होने वाली अनावश्यक खर्चों को कैसे बचा सकते हैं इन सभी आवश्यक बातों को जानना चाहते हैं तो इस विडियो को आखिर तक जरूर देखें चलिए अब हम लोग हरिद्वार के इतिहास के बारे में कुछ जानकारी इकट्ठा करने की कोशिश करते हैं हिंदू धर्म ग्रंथों के अनुसार समुद्र का मंथन करने के दौरान अमृत की कुछ बूंदे हरिद्वार में आकर गिर गई इसी कारण से हरिद्वार को एक पवित्र स्थल के रूप में जाना जाता है हरिद्वार में ही 12 साल में एक बार कुंभ मेले का आयोजन किया जाता है इनमे लाखों श्रद्धालु देश भर के कोने-कोने से आते हैं और अपनी मनोकामना पूरी करने की कोशिश करते हैं हरिद्वार में प्राचीन मंदिर होने के साथ-साथ बहुत सारे ऋषि मुनि के आश्रम भी रहे हैं इन्ही सभी कारन से हरिद्वार को एक पवित्र तीर्थ स्थल के रूप में जाना जाता है चलिए अब हम आपको हरिद्वार स्थित बहुत ही ज्यादा प्रसिद्ध स्थल के बारे में एक-एक करके जानकारी देने की कोशिश करते हैं हरिद्वार में स्थित हर की पौड़ी एक ऐसा घाट प्रसिद्ध है श्रद्धालुओं के बीच में ऐसा माना जाता है कि भगवान विष्णु प्रकट हुए थे और उनके पैरों के निशान एक पत्थर पर आज भी मौजूद है इसी घाट के बाद माँ गंगा पहाड़ी क्षेत्र को छोड़कर मैदानी क्षेत्र की तरफ बढ़ने लग जाते हैं और साल में एक बार होने वाले कुंभ और अर्द्ध कुंभ मेला इसी घाट पर आयोजित किया जाता है यहां पर आने वाले सभी श्रद्धालुओं का मानना है कि यहां के जल से नहाने से मोक्ष की प्राप्ति होती है और यही पर सभी धार्मिक कार्य किए जाते हैं हमारे इस लिस्ट में अगले नंबर पर आता है मनसा देवी मंदिर यह मंदिर हरिद्वार से 2 किलोमीटर की दूरी पर बल्लवा पर्वत की चोटी पर स्थित है ऐसा माना जाता है कि मनसा देवी ने भगवान की अराधना इसी पर्वत श्रृंखला पे की थी और हर साल लाखों श्रद्धालुओं दर्शन के लिए यहां पर उपस्थित होते हैं ऐसा माना जाता है यहां पर दिल से मांगी गई मन्नत पूरी होती और मैं आपसे अनुरोध करूंगा कि आप कभी हरिद्वार आए तो इस मंदिर की यात्रा जरूर हरिद्वार का तीसरा सबसे प्रसिद्ध स्थल है भारत माता मंदिर इस मंदिर की स्थापना 1983 धार्मिक गुरु स्वामी सत्यमित्रानंद गिरि द्वारा कराई गई और इस मंदिर का उद्घाटन उस समय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने किया था
अगला प्रसिद्ध स्थल पावन धाम मंदिर इस मंदिर का निर्माण 1970 में स्वामी विवेकानंद महाराज जी ने करवाया था यह मंदिर हरिद्वार से 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है इस मंदिर में जितने भी मूर्ति है यह सभी मूर्ति कांच की बनी हुई है यहां पर आने वाले सभी साधु-संतों को रुकने के लिए एक विशेष इंतजाम किए जाते हैं पवन धाम मंदिर को गीता धाम ट्रस्ट की एक संस्था द्वारा चलाया जाता है अगर आप यहां आना चाहते हैं तो सुबह 6 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक आ सकते हैं हरिद्वार के प्रसिद्ध स्थानों में से अगला प्रसिद्ध स्थान है चिल्ला वन्य जीव अभ्यारण हरिद्वार में प्रसिद्ध धार्मिक स्थल की यात्रा करने के बाद अगर आप प्राकृतिक के समीप जाना चाहते हैं तो यह स्थान आपके लिए सबसे बेस्ट होगा 250 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ यह अभ्यारण का निर्माण 1977 में किया गया था 1983 इस अभियान का नाम बदलकर राजाजी राष्ट्रीय उद्यान नाम दे दिया गया है यह राष्ट्रीय उद्यान हरिद्वार से दस किलोमीटर की दूरी पर स्थित है अगर आप यहां की यात्रा करते हैं तो आपको प्राकृतिक सुंदरता के साथ-साथ बहुत सारे जीवन को देखने को मिल सकते हैं अब हम बात करते हैं हरिद्वार की यात्रा में होने वाले अनावश्यक खर्च को कैसे बचा सकते हैं देखिए आपको हरिद्वार पहुंचने से लेकर उन सभी प्रसिद्ध स्थानों की यात्रा करने के लिए आपको किसी ने किसी बस टैक्सी या टेंपो की आवश्यकता जरूरत पड़ेगी इनमें से आप किसी को भी यात्रा करने के लिए बुक करते हैं तो आपको एक मोटी रकम देनी पड़ सकती है लेकिन हमारी कंपनी chiku Cab आपके इन फिजूल खर्चो को बता सकती है अगर आप हमारे कंपनी से बस टैक्सी व टेंपो बुक करते हैं तो आपको मात्र कुछ ही रूपए पर किलोमीटर का चार्ज देना पड़ेगा अगर आप और अधिक जानकारी लेना चाहते हैं तो इस नंबर 8448445504 पर कॉल करें या chikucab.com पर विजिट करके जानकारी हासिल कर सकते हैं इस विडियो को आखिर तक देखने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद
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